किसी काव्य वाक्य पंक्ति में यति, गति, तुक , विराम द्वारा जो गेयता उत्पन्न की जाती है उसे छंद कहते है। अर्थात यति, गति, तुक, विराम के विधान द्वारा उत्पन्न गायन छंद कहलाता है।
छंद के प्रकार
मात्रिक छंद वर्णिक छंद मुक्त छंद
गण किसे कहते है?
तीन वर्णो का समूह गण कहलाता है जैसे “नमक” इसमें तीन वर्ण है। गण की संख्या आठ होती है।