National unity day क्यों मनाया जाता है?

क्या आपको पता है, कि national unity day क्यों मनाया जाता है यदि नहीं पता तो आप ने बिल्कुल सही लिंक पर क्लिक किया है। पहले तो हमको यह पता होना चाहिए, कि नेशनल यूनिटी डे का अर्थ क्या है। नेशनल यूनिटी डे को हिंदी में राष्ट्रीय एकता दिवस कहा जाता है।

वर्तमान में भारतीय जनता तथा हमारे देश के खासकर युवा एकता की मिसाल बन सकते हैं सबसे पहले उनको अपने परिवार से रिश्ते अच्छे करने होंगे उसके बाद भारत देश की एकता की आशा कर सकते हैं।

national unity day क्यों मनाया जाता है?

National unity day सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस पर मनाया जाता है इस दिन को सर्वप्रथम मनाने की शुरुआत 2014 को दिल्ली में हुई थी। इन्होंने अपने समय में कई देसी रियासतों को एकजुट किया। जैसे कि हैदराबाद तथा जम्मू कश्मीर।

इन्हीं कार्यों की वजह से सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस पर प्रत्येक वर्ष याद किया जाता है। इस दिन सत्ता में मौजूद नेता वह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि दी जाती है।

इसकी शुरुआत सर्वप्रथम माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने नई दिल्ली में किया इसके अतिरिक्त मोदी जी ने run for unity की भी शुरुआत की, जिसमे देश को एकजुट होने का होने का संदेश दिया।

राष्ट्रीय एकता दिवस पर भाषण

सरदार वल्लभभाई पटेल इनका जन्म 31 अक्टूबर 1975 में हुआ था। यह भारत के महान क्रांतिकारियों में से एक है। इन्होंने आजादी दिलाने में काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह एक गरीब परिवार से थे तथा जितनी आयु में लोग ग्रेजुएशन कर लेते हैं।

इतनी आयु में इन्होंने दसवीं पास की, उसके बाद वल्लभ भाई पटेल ने वकालत की पढ़ाई करने के लिए इंग्लैंड गए थे। उन्होंने मात्र 36 महीनों में वकालत की पढ़ाईपूरी की। उनका अखंड भारत बनाने में बहुत बड़ा योगदान रहा, जब स्वतंत्र भारत का निर्माण हो रहा था।

तब इन्होंने 562 देसी रियासतों को इस अखंड भारत का अपनी कूटनीति से हिस्सा बना लिया इनकी कूटनीतिक इतनी पावरफुल थी, जोकि वर्तमान नेताओं में देखने को नहीं मिलती है।

जब जूनागढ़ की रियासत पाकिस्तान के नक्शे में जा रहे थे, तब इन्होंने वहां के शासक से वार्तालाप करके अखंड भारत में जोड़ दिया। इन्हीं के जन्मदिवस पर श्री माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी ने दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति का उद्घाटन किया, जिसे स्टैचू ऑफ यूनिटी का नाम दिया गया।

सरदार वल्लभभाई पटेल जी में कुछ ऐसे लक्षण है जिससे हमें जीवन में अपनाना चाहिए। सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के लौह पुरुष के नाम से जाने जाते हैं।

यह नाम उनको बारदोली की महिलाओं ने दिया था, एक आंदोलन के दौरान। लौह पुरुष किसे कहा जाता था कि वह बिना रक्तपात के लड़ाइयां लड़ते थे।

सरदार वल्लभभाई पटेल पहले 3 वर्ष उप प्रधानमंत्री तथा उसके बाद गृहमंत्री व समाचार प्रसारण मंत्री भी रह चुके हैं। स्टैचू ऑफ यूनिटी 182 मीटर ऊंची मूर्ति का शिलान्यास किया गया। इनके मरणोपरांत इन्हें भारतीय सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से नवाजा गया।

एकता का महत्व क्या है?

एकता का महत्व मतलब एक होना या फिर मिल जुल कर रहना, यह भारत देश एक विशाल देश है। जिसमें अनेक धर्मो जातियों वर्गों मान्यताओं दर्शन विचारधाराओं और भाषाओं को मानने वाले लोग मिल जुलकर रहते हैं।

जिस प्रकार एक वाटिका की शोभा उसमें भांति-भांति के बहुरंगी पुष्पों से होती है, एक ही प्रकार और एक ही रंग के पुष्पों से नहीं, उसी प्रकार हमारा अनेक विभिन्न नेताओं को अपने में समेटे हुए सुंदर उद्यान की तरह शोसोभित है।

यहां हिंदू मुसलमान सिख इसाई पारसी जैन बौद्ध सभी धर्मों के लोग रहते हैं। इस भारत देश में पंजाबी मद्रासी बंगाली कश्मीरी एक साथ रहते हैं लेकिन सभी पहले भारतवासी हैं, फिर कुछ और।

यह मौसम बताएं भारतीयों को तोड़ती नहीं है। बल्कि एक माला की तरह जोड़ कर रखते हैं। इन्हें कमजोर नहीं करनीअपितु शक्तिशाली बनाते हैं, यहां मंदिर मस्जिद गुरुद्वारेऔर चर्च हैं।

यहां पर रामायण गीता कुरान बाइबल का पाठ पढ़ाया जाता है, लेकिन सर के स्वरों का एक ही उद्देश्य होता है – मानवता की सेवा करना। यहां दिवाली, दशहरा, ईद, क्रिसमस, गुरु पर्व जैसे विभिन्न त्योहार पूरे राष्ट्र के लोग मिलकर बहुत हर्ष उल्लास से मनाते हैं।

वही एकता की भावना हम भारतीयों की विशेषता है जो हजारों वर्षों से हमारी सभ्यता संस्कृति में रची बसी है। राष्ट्रीय एकता कोई उपाय उदाहरण नहीं है या तो व्यक्ति के हृदय में समाई हुई है।

जो उसे मार्त भूमि के प्रति सच्चाई तथा प्रेम को सिखाते हैं। अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर देश के हित के लिए कुछ करने का मन होना राष्ट्रीय एकता कहलाती है।

National unity day मनाने का तरीका

राष्ट्रीय एकता दिवस सभी शिक्षण संस्थान व अन्य शिक्षण संस्थान कॉलेज, स्कूल, यूनिवर्सिटी आदि में विद्यार्थियों द्वारा काफी बढ़-चढ़कर भाग लिया जाता है।

आज के दिन पब्लिक सेक्टर में शपथ ग्रहण संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। तथा स्कूल कॉलेजों में सांस्कृतिक प्रोग्राम में का आयोजन किया जाता है, तथा छोटे बच्चों के स्कूलों में पोस्टर प्रतियोगिता बैनर, प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिता वाद विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।

इसके अतिरिक्त दिल्ली में राजपथ विजय चौक से इंडिया गेट के बीच में प्रातः काल 8:30 बजे एक मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाता है। इस मैराथन दौड़ में ही हिस्सा लेने वाले युवाओं के लिए एक टी-शर्ट दी जाती है, जिसे पहन कर प्रतियोगी दौड़ लगाते हैं।

वर्तमान में एकता का महत्व

हर एक देश को विश्व गुरु बनने के लिए युवाओं की आवश्यकता है। लेकिन आज के युवा अपने सोशल मीडिया तथा अपने जीवन में ही व्यस्त रहते हैं उनको एक रास्ते पर लाना, डेडीकेट करना काफी मुश्किल हो गया है।

हमारे देश में एक वैचारिक बीमारी उभर आयी है, कहा जाता है, कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। जहां हिंदू पैदा होते हैं, मुस्लिम पैदा होते हैं, सिक्ख पैदा होते हैं परंतु बदकिस्मती है कि अब इंसान नहीं पैदा होते हैं और मेरे विचारों में ना हिंदू पैदा होते हैं, ना मुसलमान पैदा होते हैं, नहीं सीख पैदा होते हैं, और नहीं हिंदू की जरूरत है, नहीं मुसलमान की जरूरत है, सिक्ख की जरूरत है राष्ट्र के निर्माण में लिए केवल अच्छे इंसान की जरूरत है।

जरा सोच कर देखिए कि यदि परिंदे भी हिंदू ,मुस्लिम, सिख, ईसाई पैदा होने लगे तो यह पेड़ भी परेशान हो जाएंगे। वर्तमान में एक शैक्षिक बीमारी हमारे समाज में नजर आती है, जिस देश ने पूरी दुनिया को तक्षशिला तथा नालंदा जैसे विश्वविद्यालय देकर विश्व ध्यायी शिक्षा की बुनियाद रखी।

हमारे देश के लिए केवल 2 शिक्षा नीतियां बनती है एक वह जो कि विद्वान है दूसरे वह जिनके पास धन है। राष्ट्र निर्माण व एकता तब होगा जब जाति पर नहीं बल्कि समाज के सशक्तिकरण पर बात करेंगे। राष्ट्रीय निर्माण कथा एकता तब होगी जब स्वच्छ अभियान में सरकार नहीं बल्कि हर रोड पर चलने वाला वह व्यक्ति जिम्मेदारी ले लेगा।

National unity day की 2022 तारीख

राष्ट्रीय एकता दिवस प्रत्येक वर्ष 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिवस पर मनाया जाता है। राष्ट्रीय एकता दिवस की मनाने की शुरुआत सबसे पहले 2014 में 31 अक्टूबर को माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया।
2022 में राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

निष्कर्ष

आपने राष्ट्रीय एकता दिवस के बारे में विस्तृत रूप में जाना कि, आखिर एकता दिवस कब मनाया जाता है? क्यों मनाया जाता है? सरदार वल्लभ भाई पटेल कौन थे? ऐसे सभी प्रश्नों के उत्तर हमने इस लेख के द्वारा दे दिए हैं। यदि आपको लेख पसंद आया हो तो हमें कमेंट में उस बताइए।

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