PA और PB का बाह्य बिंदु p से o केंद्र वाले एक वृत पर खींची गई दो स्पर्श रेखाएं हे जहाँ बिंदु A तथा B स्पर्श क्र बिंदु हे चतुर्भुज OAPB आवश्यक होगा।
तीन वृत जिनके केंद्र A,B,C हे एक दूसरे को बाह्य रूप से स्पर्श करते हे यदि AB= 5 तथा BC=7 , CA=6 हे तब उनकी त्रिज्याओं का योग हे
यदि एक जीवा अपने एक सिरे पर खींची गई स्पर्श रेखा के साथ 45 का कोण बनती हे की लम्बाई 6 सेमी हे तो उस वृत की त्रिज्या कितनी लम्बी होगी
5CM तथा 13 CM अर्धव्यासो स्व दो संकेद्रिया वृत हे आतंरिक वृत को स्पर्श कर बाह्य वृत की जीवा की लम्बाई हे
AB और CD किसी वृत की दो समान्तर जीवऐ केंद्र के दोनों और हे यदि AB=10 CD=24 एवं जिबाओ के बिच की दुरी 17CM हो तब वृत का अर्धव्यास कितना हे
एक बहरी बिंदु P से किसी व्रत को PA ,PB स्पर्श रेखाएं खींची गई हे और CD , E पर स्पर्श रेखा हे (जबकि E,OP पर स्थित हे) यदि AP=16 हो तो त्रिभुज PCD का परिमाप हे
एक वृत के बिंदु A तथा B पर एक बिंदु P से दो स्पर्श रेखाएं खींची गई हे O उस वृत का केंद्र हे तदनुसार यदि त्रिभुज AOP=60 हो तो त्रिभुज APB कितना होगा
ABCD एक चक्रिये चतुर्भुज हे जिसकी भुजा AB व्रत का व्यास हे यदि त्रिभुज ADC=140 हो तो की त्रिभुज BAC माप होगी
16 CM लम्बी एक जीवा एक केंद्र से 6 CM की दुरी पर हे तदनुसार उस व्रत की त्रिज्या कितनी हे