जंतु जगत का वर्गीकरण Animal kingdom classification in hindi
जीव संघ Biological organization:
संसार के समस्त जंतु जगत को दो जगत में विभाजित किया गया है एक कोशिकीय प्राणी तथा बहुकोशिकीय प्राणी एक कोशिकीय प्राणी को एक ही संघ प्रोटोजोआ में रखे गए जबकि बहू कोशिकीय प्राणियों को 9 संघों में विभाजित किया गया।
CLASSIFICATION OF ANIMAL KINGDOM IN HINDI:
प्रोटोजोआ protozoa:
- प्रारंभिक एक कोशिकीय जीव
- खोजकर्ता ल्यूवेन हॉक
उदाहरण :
अमीबा,पैरामीशियम ,यूग्लीना, प्लाज्मोडियम ,एंटेमीब
1. अमीबा ameba:
- लगातार अपना आकार बदलने वाला जीव
- कभी ना मरने वाला जीव अमर प्राणी
- गति – कूटपाद द्वारा
- कूटपद बनने का कारण साल जेल परिवर्तन
- परासरण नियंत्रण संकुचनसील रिक्तिका द्वारा
- भोजन खाद्य धानी में एकत्रित रहता है
- अमीबा को लवणीय जल में डालने पर रिक्तिका समाप्त
- नदी जल में रितिका बढ़ी हो जाएगी और अमीबा फट कर मर जाएगा।
a) . एंटेमीबा हिस्टॉलिटिका:
- संक्रमित अवस्था- ट्रोफोजवोइट
- बड़ी आत की अग्रभाग कोलन में संक्रमण
- ऐठन/ दर्द के साथ दस्त /आव पस खून/अल्सर होना
- रोग अमीबिएसिस/अमातीसार/खूनी पेचिश
- बचाव- इमेटिन गोली द्वारा
b) एंटेमीबा जिंनजेबेलिस:
c) एंटेमीबा कोलाई:
2. प्लाज्मोडियम वाइवक्स:
- अंतः परजीवी प्रोटोजोआ
- द्वीपोषदिय (मच्छर एवं मानव में जीवन चक्र पूरा)
- खोजकर्ता रोनाल्डो रॉस
- मादा एनाफिजीज मच्छर वाहक का कार्य करती है
- नर मच्छर में मुख उपांग नहीं होने के कारण
- मनुष्य के लिए संक्रमित अवस्था स्पोरोजवाइट (बीजागुण)
- मच्छर के लिए संक्रमित अवस्था गेमिटोसाइट
- उदभवनकाल – 10 दिन
- सबसे पहले प्रभावित अंग – यकृत
- सर्वाधिक प्रभावित अंग- प्लीहा
- लाल रक्त कणिका का श्मशान घाट- ब्लड बैंक
- प्रभावित अंग यकृत लाल रक्त कणिका प्लीहा
- दवा – कुनैन (कुनैन की छाल से प्राप्त)
- तेल छिड़कने पर मच्छर के लारवा स्वसन ना कर पाने के कारण मर जाते हैं
3. यूग्लीना:
- इस संघ के सभी जंतु खारे पानी में पाए जाते हैं
- छिद्र युक्त शरीर तथा बहुकोशिकिय जंतु
- श्रम विभाजन वाले प्रथम जीव
- नाल तंत्र पाया जाता है कंटीकाए कैलशियम कार्बोनेट की बन होती हैं
- उदाहरण ल्यूकोसोलीनिया /स्पंज /साइकन
- यूप्लेक्टेला – सुंदरता की देवी (वी के फूलों की डलिया)
2. सिलेंट्रेटा
उदाहरण
- हाइड्रा /फाईसेलिया /ऑक्टोपस/सी एनीमोन/जेलीफिश फैसेलिया को जंगी जहाज पुर्तगाली युद्धपोत भी कहा जाता है सी एनीमोन का उपनाम- लिली फिश / समुद्री खीरा
- इस संघ के जंतुओं में सर्वाधिक पुनरुदभवन की क्षमता पाई जाती है ।
- गमन स्पर्शको द्वारा
- जनन बडिंग द्वारा
- लार्वा- ब्लास्तुला
- शिकार दंश कोशिका द्वारा
- बिना मस्तिष्क का तंत्रिका तंत्र-हाइड्रा
- जंतु जिनके शरीर में खून नहीं पाया जाता फिर भी स्वसन होता है हाइड्रा
- पुनरुदभवन-किसी अंग का फिर से पूर्ण अंग बन जाना जैसे- हाइड्रा छिपकली की पूंछ में
- सर्वाधिक पुनरुदभवन की क्षमता वाला जीव – हाइड्रा
- सर्वाधिक पुनरुदभवन की क्षमता वाला अंग यकृत
- सबसे कम पुनरुदभवन क्षमता वाला अंग मेंडयूला मस्तिष्क
3. एस्केहेलमथिज:
उदाहरण
एस्केरिस:
- क्यूटिकल के कारण पाचन रसों का असर नहीं
- एक लिंगी जंतु
- छोटी आत में पाया जाता है ।
- पिपराजीन/ चीनीपोडियम तेल द्वारा बचाए
4. प्लेटीहेलमंथिज:
- फीताकृमि – टिनिया
- टिनियेसिस बीमारी
- सूअर द्वारा संक्रमण
- पाचन तंत्र अनुपस्थित – पूर्ण परजीवी – भोजन मनुष्य की आंत से प्राप्त
5. मोलस्का molaska animal (घोघा का वर्गीकरण)
- कैल्शियम कार्बोनेट का कवच
- उत्सर्जन – उत्सर्जिकाओ द्वारा
- घोघा उभयचर जंतु है
- उदाहरण
- सीपी /घोंघ/शंख /कोड़िया मोती
6. एनिलीडा:
- उदाहरण केंचुआ जोक लीच
- खंड युक्त शरीर
- सिटी द्वारा गमन
- हिमोग्लोबिन प्लाज्मा में घुला होता है
- आरबीसी अनुपस्थित बंद रुधिर परिसंचरण
- निषेचन कोकून में कलाइटेलम भाग में
- आंखें अनुपस्थित
- उत्सर्जन उत्सर्जिकाओ द्वारा
- ट्यूब के अंदर ट्यूब वाला जंतु
- उत्सर्जी पदार्थ – गवानिन
- स्वसन त्वचा द्वारा
- मिट्टी पाली बर्मी खाद के कारण किसान का मित्र कहलाता है
- वर्मीकल्चर द्वारा केंचुआ का पालन करके जैविक खाद तैयार जोक हिरूडिनिंन नामक रसायन जो रक्त को जमने नहीं देता है जोक को जुटाने के लिए नमक युक्त जल से हटाया जाता है
7. आर्थोपोडा :
- सबसे अधिक जंतुओं वाला संघ
- जोड़ युक्त शरीर काईटिन बना
- संयुक्त नेत्र अनेक लेंसों वाले नेत्र
- खुला रुधिर परिसंचरण
- लाल रक्त कणिका अनुपस्थित गैस सीधे हवा से
- हीमो साइनिन प्लाजमा में खुला
- रक्त में हीमोसाइनिन के कारण रक्त का रंग नीला
- उत्सर्जन मेलपिघी नलिका द्वारा
- बिच्छू में स्वसन पुस्तक किलोम द्वारा
- केकड़े में स्वसन गलफड़े द्वारा
- बिच्छू ततैया मधुमक्खी मैं विश उसके डंक में रहता है
- चींटी में विष उसके मुंह में रहता है
- फीलपाव रोग क्यूलेक्स मच्छर द्वारा
- हाथीपाव वूचेरिया क्रमी द्वारा
- डेंगू एडिप्ट मच्छर द्वारा
- पैरों की संख्या -लाल चींटी /बिच्छू – 08 और केकड़े -10 कनखजूरा 20
- जीव जो अपने भार से 50 गुना अधिक भार उठा सकता है -चींटी चींटी ,दीमक, मधुमक्खी एवं समाजिक कीट हैं
- चीटी लाइन बनाकर चलने का कारण विशेष गंध
- एक छत्ते में रानी मक्खियों की संख्या एक
- नर मधुमक्खी में जीवन में केवल एक बार संभोग करता है मधुमक्खी नृत्य द्वारा दर्शाती है भोजन स्त्रोत
- मधु में शर्करा ग्लूकोज और फ्रुक्टोज
- बारूदी सुरंगों का पता लगाया जाता है बर्र
- फाइलेरिया ,मलेरिया, ज्वर आदि रोगों का वाहक मच्छर
- मकड़ी कीट नहीं है जुगनू एक कीट है
8. इकाईनोडर्मेटा:
9. कार्डेटा:
मछली (पिसिज वर्ग)
उदाहरण
- मछलियां /दरियाई घोड़ा
- सबसे बड़ी मछली व्हेल शार्क
- सबसे छोटी मछली डवार्फ गोबी- फिलिपिंस
- मछलियों में सर्वाधिक मुख्य पोषक तत्व विटामिन A
- दरियाई घोड़ा मुख्यता पाई जाती है अटलांटिक महासागर में
- मछलियां ऑक्सीजन प्राप्त करती हैं जल में घुलीत अवस्था से
- मछलियों में तैरने का कार्य पंख द्वारा दिशा परिवर्तन- पूछ द्वारा
- मछलियों में गंध का कारण अमोनिया का उत्सर्जन- अमिनोटिलिक
- मछलियों के हृदय में खून अशुद्ध होता है
उभयचर:
- जल एवं थल दोनों पर रहने वाले जीव
- उदाहरण मेंढक घोंघा कछुआ एवं मगरमच्छ
- मेंढक सुप्त अवस्था में भोजन प्राप्त करता है वसा पिडको द्वारा स्वसन त्वचा द्वारा
- मेंढक में स्वसन त्वचा ,फेफड़ा, मुख द्वारा
- को टैडपोल लार्वा में आयोडीन से कायांतरण तेज होता है और टैडपोल शीघ्र पूर्ण रूप से मेंढक बन जाते हैं
- वृक्ष पर रहने वाला मेंढक हायला वृक्ष
- सबसे लंबी आयु वाला जंतु कछुआ लगभग 300 वर्ष
- सर्वाधिक भजन सहने वाला जंतु कछुआ
- लवण उत्सर्जन नेत्र पाए जाते हैं कछुए में
सरीसृप:
उदाहरण :सांप छिपकली मगरमच्छ डायनासोर
- शरीर असम तापी
- सबसे बड़ा रेप्टाइल थे डायनासोर
- वर्तमान में सबसे बड़ा सरीसृप है मगरमच्छ
- सरीसृप ओं का युग मिसोजोइक एरा
- सरीसृप डायनासोर चरम सीमा पर थे -जुरैसिक युग में
- डायनासोर विलुप्ती होने का कारण विशालकाय शरीर
- सांप- कर्ण/ टिंपैनिक कलाएं अनुपस्थित ध्वनि भूमिगत तरंगों द्वारा ग्रहण करता है
- जीभ – अत्यधिक संवेदी वातावरण का जायजा जीप से लेता है
- सांप में मेखलाए अनुपस्थित
- सांप में विष पाया जाता है लेबियल ग्रंथि में लार ग्रंथि का रूपांतरण ऊपरी जबड़े में
- सांप काटने की एंटीवैक्सीन घोड़े के सीरम से तैयार
- छिपकली में दीवार पर चिपकने का कारण वैक्यूम ग्रंथियां
- मगरमच्छ में चार कॉस्टिया हृदय पाया जाता है
इन्हे भी पढ़े : त्वचा dermis क्या होती हे
पक्षी वर्ग:
- समतापी गर्म रक्त वाले अंडयूज़ जंतु
- उड़ने के लिए अनुकूल खोखली हड्डियां
- प्रवसन (माइग्रेशन) पाया जाता है
- पक्षी जो अपने अंडे दूसरे के घोसले में देता है- कोयल (कोवा के घोसले में)
- सबसे प्राचीन पक्षी अर्कीऑप्टरिक्स (जुरैसिक युग का जीवाश्म)
- सरीसृप के लक्षण जबड़े में दांत पूछ
- पक्षी के लक्षण पंख पंजे चोंच
- सबसे छोटा पक्षी हमिंग बर्ड हेलेना का मरमर पक्षी उल्टा उड़ने वाला पक्षी
- सबसे बड़ा पक्षी शुतुरमुर्ग अफ़्रीका /अरेबिया
स्तनी (मेमेलियन )
ऐसे जंतु जो अपने बचो को दूध पिलाते है भ्रूण प्लेसेंटा द्वारा पोषण प्राप्त करता है जिसमे बाह्य कर्ण पाए जाते है इसे तीन भागो में बांटा गया है।
प्रोटोथीरिया
अंडयूज oviperus – अंडे देते है जैसे एकिडना
मेटाथीरिया
जरायुजी (vaviperus) – ऐसे जंतु जो अपरिकव बच्चा देते है।
जैसे कंगारू /मेक्रोपस
युथिरिया
ऐसे जंतु जो पूर्णविकसित बच्चा देते है
समतापी (गर्म रुधिर) शरीर का तप हमेशा स्थिर रहता है।
जैसे – सभी स्तनधारी ब्लू बहेल , डाल्फिन , चमगादड़ , चकचूंदर।
best book for static gk
आपको हमारी पोस्ट animal kingdom in hindi कैसी लगी comment करके जरूर बताएं।